चंडीगढ़. पीएम
नरेंद्र मोदी ने बुधवार को हरिद्वार में रामदेव के पतंजलि के आयुर्वेदिक रिसर्च इंस्टीट्यूट का उद्घाटन किया। अरबों का साम्राज्य का खड़ा कर चुके रामदेव अनमैरिड है। पिछले दिनों आई कौशिक डेका की बुक ‘द बाबा रामदेव फेनोमेनन : फ्रॉम मोक्ष टू मार्केट’ में रामदेव को लेकर कई खुलासे किए गए हैं। इसमें एक खुलासा इस बात को लेकर भी किया गया है कि रामदेव ने आखिरकार शादी क्यों नहीं की।
दयानंद सरस्वती की किताब ने चेंज कर दी रामदेव की लाइफ...
- दयानंद सरस्वती की किताब 'सत्यार्थ प्रकाश' पढ़ने के बाद रामदेव की जिंदगी पूरी तरह चेंज हो गई।
- रामदेव ने जब 'सत्यार्थ प्रकाश' बुक पढ़ी थी तो उसमें ब्रह्मचर्य के बारे में काफी कुछ लिखा हुआ था।
- इस बात से सीखकर रामदेव ऋषियों के जैसा जीवन जीने की कोशिश करने लगे और कुछ हद तक पालन भी करने लगे।
- बुक पढ़ने के बाद उन्होंने प्रण लिया कि वे कभी शादी नहीं करेंगे और हमेशा ब्रह्मचर्य का पालन करेंगे।
हेलो की जगह ॐ बोलते हैं रामदेव
'सत्यार्थ प्रकाश' के पहले चैप्टर में ही ॐ की उत्पत्ति और महत्व के बारे में बताया गया है। जिसके बाद रामदेव को ॐ शब्द से बहुत ज्यादा लगाव है। उन्होंने तय किया कि फोन पर वे हमेशा हेलो की जगह ॐ बोलेंगे। रामदेव आज भी इसे फॉलो करते हैं।
रामकृष्ण से रामदेव बन गए बाबा
- रामदेव का जन्म 25 दिसंबर 1965 को हरियाणा के महेंद्रगढ़ जिले के अली सैयदपुर गांव में हुआ था। इनका बचपन में नाम रामकृष्ण यादव था।
- गांव के सरकारी स्कूल में पढ़ने के दौरान वे घर से भाग गए और हरियाणा के खानपुर में एक गुरुकुल में नाम लिखा लिया ।
- वेद, वेदांत और दर्शन शास्त्र का अध्ययन करने के बाद रामकृष्ण यादव से बाबा रामदेव के रूप में दुनिया के सामने आए।
- आज बाबा रामदेव विदेशों में भी शिविर लगाते हैं और उनसे एक से बढ़कर एक VIP लोग योग सीख चुके हैं।
अरबों का है रामदेव का साम्राज्य
- देश के सबसे बड़े योग गुरु के रूप में बाबा रामदेव ने अपनी पहचान बनाई।
- उनका पतंजलि का प्रोडक्ट और पतंजलि योगपीठ का मुख्यालय हरिद्वार में है। बाबा के पतंजलि ब्रांड की कीमत आज की तारीख में करीब 2000 करोड़ रुपए तक मानी जाती है।
- पतंजलि आयुर्वेद ने बड़े शहरों में फ्रेंचाइजी के जरिए अपने प्रोडक्ट बेचना शुरू किया था। बाबा के बिजनेस का ये सिलसिला अब कॉस्मेटिक से लेकर किराना के अलावा हर तरह के घरेलू प्रोडक्ट तक पहुंच चुका है।
- बाबा रामदेव का टारगेट है कि इस साल वे अपनी कंपनी को 5 हजार करोड़ तक पहुंचा देंगे।